बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ आगे बढ़ें.
आपका सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम भविष्य में एक बड़ा कॉर्पोरेट बन जाएगा.
एसएमई मध्यम अवधि ऋण
-
विशेषताएं
-
सबसे महत्वपूर्ण नियम और शर्तें (एमआईटीसी)
-
ब्यालज दर और प्रभार
एसएमई मध्यम अवधि ऋण : विशेषताएं
उद्देश्य
- उद्यमों के कार्यशील पूंजी आवश्यकता को पूरा करने एवं वर्तमान अनुपात के सुधार में सहायता तथा वास्तविक व्यवसाय आवश्यकताओं हेतु. यह सुविधा अन्य बैंकों या संस्थानों के जमानती एवं बेजमानती ऋण की चुकौती हेतु उपलब्ध है लेकिन इसका उद्देश्य उद्यम गतिविधि से संबंधित अन्य उद्देश्य नहीं होना चाहिए.
उधारकर्ता समूह
- विनियामक एवं विस्तारित में एमएसएमई
- रु. 1/- करोड़ से रु. 250/- करोड़ तक के वार्षिक बिक्री टर्नओवर के साथ सभी अन्य संस्थान. नई परियोजनाओं के मामले में, जहां पहले पूर्ण वाणिज्यिक परिचालन वर्ष (12) माह में अनुमानित बिक्री टर्नओवर रु. 250/- करोड़ तक है. रीयल एस्टेट परियोजनाओं के लिए, जहां परियोजना लागत रु. 50 करोड़ तक है.
एसएमई मध्यम अवधि ऋण : सबसे महत्वपूर्ण नियम और शर्तें (एमआईटीसी)
पात्रता मानदंड
- पिछले तीन वर्षों और ऐसे खातों के लिए जिनकी क्रेडिट रेटिंग अर्द्ध वर्ष के आधार पर की जाती हो उनके लिए 4 अर्द्ध वर्ष से लगातार घटी न हो ऐसी संतोषजनक क्रेडिट रेटिंग
- बिक्री/टर्नओवर एवं लाभ के अनुरूप संतोषजनक कार्यनिष्पादन के साथ नवीनतम वित्तीय दस्तावेज. नकारात्मक अंतर, यदि है, 10% से अधिक नहीं होना चाहिए.
- पिछले तीन वर्षों से बैंक के साथ संतोषजनक व्यवहार जिसमें कोई प्रमुख निरीक्षण/लेखा परीक्षा अनियमितता न हो
ऋण राशि
- न्यूनतम : रु. 25 लाख
- अधिकतम : रु. 500 लाख
अवधि
- 36- माह से अधिक नहीं, समान तिमाही या अर्द्ध-वार्षिक किस्तों में भुगतान किया जाना चाहिए.
एकीकृत प्रोसेसिंग, अपफ्रंट एवं दस्तावेजीकरण प्रभार
- लागू प्रभारों पर 25% रियायत.
एसएमई मध्यम अवधि ऋण : ब्यालज दर और प्रभार
रेपो दर/एमसीएलआर से संबंद्ध प्रतिस्पर्धी कीमत निर्धारण.
क्या आपको सहायता की आवश्यकता है?
संबंधित उत्पाद