इतिहास
गौरवशाली अतीत पर महान भविष्य का निर्माण.
महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ III
बैंक ऑफ़ बड़ौदा के संस्थापक
बैंक की स्थापना 20 जुलाई 1908 को बड़ौदा के महाराजा, महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ III द्वारा बड़ौदा राज्य, गुजरात में की गई. भारत सरकार द्वारा भारत के अन्य 13 प्रमुख वाणिज्यिक बैंकों के साथ इसका 19 जुलाई 1969 को राष्ट्रीयकरण कर दिया गया और लाभ कमाने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) के रूप में निर्धारित किया गया.
महत्वपूर्ण मीलस्तंभ
1908
- बड़ौदा के महाराजा सर सयाजीराव गायकवाड़ - III द्वारा बड़ौदा में बैंक की स्थापना की गई.
- प्रथम शाखा मांडवी, बड़ौदा.
1918
बम्बई में पहली शाखा.
1937
कलकत्ता में पहली शाखा
1949
दिल्ली में पहली शाखा1953
मोम्बासा, केन्या में पहली विदेशी शाखा1957
लंदन, यूनाइटेड किंगडम में अपने परिचालन की स्थापना1964
मोबाइल शाखाओं की स्थापना करने वाला भारत का पहला बैंक.
1968
कृषि वित्त विभाग की स्थापना1969
बैंकों का राष्ट्रीयकरण. ‘द बैंक ऑफ बड़ौदा लिमि.’ बन गया ‘बैंक ऑफ बड़ौदा’1976
प्रथम क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी), उत्तर प्रदेश के रायबरेली में खोला गया.
1981
कुल जमाराशियों, स्वामित्व की निधि तथा निवल लाभ के मामले में राष्ट्रीयकृत बैंकों में प्रथम स्थान प्राप्त किया.
1985
- परिचालन के कंप्यूटरीकरण एवं मशीनीकरण की शुरुआत.
- बॉब कार्ड की शुरुआत.
1996
इक्विटी शेयरों के सार्वजनिक निर्गम के माध्यम से पूंजी बाजार को टैप करने वाले पहले राष्ट्रीयकृत बैंकों में से एक
2001
अत्याधुनिक विशिष्ट एकीकृत ट्रेजरी शाखा (एसआईटीबी) की स्थापना.
2002
मुंबई में बांद्रा – कुर्ला कॉम्प्लेक्स में भव्य बड़ौदा कॉर्पोरेट सेंटर निर्माण के पश्चात अपने कॉर्पोरेट मुख्यालय को स्थानांतरित कर दिया.
2003
ग्रामीण युवाओं के प्रशिक्षण के लिए विशेष संस्थान - बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान की शुरुआत.
2005
- नई कॉर्पोरेट पहचान – बड़ौदा सन को लॉन्च किया
- श्री राहुल द्रविड़ को ब्रांड एंबेसडर के रुप में नियुक्त किया गया.
- तकनीकी पार्टनर के रुप में हेवलेट पैकर्ड के साथ करार पर हस्ताक्षर किए.
- अत्याधुनिक वैश्विक डाटा सेंटर का निर्माण.
2006
- असेंबली लाइन उत्पादन सिद्धांत - अभिनव बिक्री और वितरण मॉडल के आधार पर निर्मित भारत की पहली रिटेल ऋण फैक्ट्री की स्थापना.
- कोर बैंकिंग समाधान एवं इंटरनेट बैंकिंग की शुरुआत.
- असेंबली लाइन उत्पादन सिद्धांत - अभिनव बिक्री और वितरण मॉडल के आधार पर निर्मित भारत की पहली रिटेल ऋण फैक्ट्री की स्थापना.
2007
- बैंक ऑफ़ बड़ौदा का शताब्दी समारोह.
- बैंक द्वारा युवाओं को समर्पित भारत की पहली जनरल-नेक्स्ट शाखा की स्थापना, "हाई-टेक और हाई-टच" का अनूठा संमिश्रण.
- 24 घंटे इंटरकनेक्टेड एटीएम नेटवर्क.
- कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्वों के अनुसरण में बड़ौदा ग्रामीण परामर्श केंद्र (बीजीपीके) की स्थापना.
- इटली के पायनियर निवेश के साथ म्यूचुअल फंड के लिए "बड़ौदा पायनियर एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड" संयुक्त उद्यम की स्थापना.
2007-08
100 वर्ष "युवा" संगठन – स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने पर उत्सव मनाया गया2008-09
- "बड़ौदा नेक्स्ट" - अत्याधुनिक, सीधे दिल से बैंकिंग तकनीकी समाधान की शुरुआत की गई.
2009
- कोर बैंकिंग समाधान का 100% कार्यान्वयन - "किसी भी समय कहीं से भी बैंकिंग" सुविधा (घरेलू)
- बैंक के बीपीआर प्रोजेक्ट को आरंभ किया गया - बीपीआर और संगठनात्मक पुर्नसंरचना तथा शाखाओं का आधुनिकीकरण सहित "प्रोजेक्ट - नवनिर्माण".
- लीगल एंड जनरल ऑफ यूके और आंध्रा बैंक के साथ जीवन बीमा के लिए "इंडियाफर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड" संयुक्त उद्यम की स्थापना.
2010
वैकल्पिक डिलीवरी चैनलों के बढ़ते उपयोग को बढ़ाने के लिए ब्रांड मेसकॉट 'स्टिकमैन' को लॉन्च किया गया.2011
- मोबाइल फोन का उपयोग करके बैंकिंग लेनदेन के लिए मोबाइल बैंकिंग सुविधा "बड़ौदा एम-कनेक्ट" लॉन्च किया गया.
- 3500+ शाखाओं का वैश्विक नेटवर्क और 1700+ नेटवर्क वाले एटीएम जो सर्व समावेशी "किसी भी समय कहीं से भी बैंकिंग" प्रदान करते हैं.
2013
- दुबई में 100वीं विदेशी शाखा का उद्घाटन.
- प्रारंभिक कृषि ऋण फैक्टरी की शुरूआत.
- एक स्थान पर विभिन्न बैंकिंग सुविधाओं को शामिल करते हुए 24 x 7 बैंकिंग की ई-लॉबी कंसेप्ट का शुभारंभ.
2014
- बड़ौदा आदर्श ग्रामीण शाखा - ग्राम वासियों को शामिल करने के लिए अभिनव ग्रामीण शाखा अवधारणा, का शुभारंभ किया गया,
- डोर स्टेप बैंकिंग सेवाओं का शुभारंभ किया गया.
- ब्रांड मेसकॉट के रूप में: बॉब मित्र - दोस्त जिस पर आप भरोसा कर सकते है.
- 25000 से अधिक ग्राहक टच प्वाइंट (5000+ शाखाएं, 6250+ एटीएम. 25 देश)
2016
- "सोशल मीडिया - फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब प्लैटफॉर्म पर उपस्थिति.
- नवोदय परियोजना के साथ बिजनेस प्रोसेस ट्रांसफॉर्मेशन की शुरुआत
- फीफा 10-17 विश्व कप का पहला राष्ट्रीय समर्थक"
2017
- सप्लाई चेन फाइनांस की शुरुआत.
- डिजी नेक्स्ट-नकदी प्रबंधन सेवाओं का शुभारंभ.
- "इंस्टाग्राम" प्लेटफ़ॉर्म पर बैंक की उपस्थिति का शुभारंभ.
- बैडमिंटन के दिग्गज खिलाड़ी पीवी सिंधु और किदांबी श्रीकांत (ब्रांड प्रचारक) की ऑन-बोर्डिंग.
2018
- बड़ौदा किसान ऐप का शुभारंभ.
- "बड़ौदा रेडियंस" - प्रीमियम बैंकिंग सेवाओं का शुभारंभ.
- "लिंक्ड इन" प्लेटफ़ॉर्म पर बैंक की उपस्थिति का शुभारंभ.
2019
- बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक का पहला त्रिपक्षीय समामेलन.
2020
- "बॉब नाउ" - भविष्य के बैंक का निर्माण करने के लिए रुपांतरण प्रोजेक्ट.
2021
- "बॉब वर्ल्ड" का शुभारंभ..
- "वेबसाइट केंद्रीकरण" प्रोजेक्ट का शुभारंभ.
- आरंभ से अंत तक वीडियो केवाईसी आधारित ऑनलाइन खाता खोलने का शुभारंभ.
2022
- सबसे कम उम्र की महिला क्रिकेटर शेफाली वर्मा (ब्रांड प्रचारक) की ऑनबोर्डिंग.
- भारतीय बैंक संघ से लगातार दूसरी बार 'द बेस्ट टेक्नोलॉजी बैंक' पुरस्कार के विजेता.
- ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट द्वारा "उत्तम कार्यस्थल®" के रूप में प्रमाणित.
- "कोरा" प्लेटफ़ॉर्म पर बैंक की उपस्थिति का शुभारंभ.
- 21 मई, 2022 को हमारी 'नैतिक आचरण संहिता' का शुभारंभ किया गया.
2023
- सोशल मीडिया पर '5 मिलियन से भी अधिक फैन बेस' हो गया
- वित्त वर्ष 2021-22 के इज 4.0 सुधार सूचकांक में समग्र रूप से 'शीर्ष कार्यनिष्पादन करने वाले बैंक' के रूप में उभरा
- ‘भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के बड़े बैंकों में ‘सर्वश्रेष्ठ एआई और एमएल बैंक’
- ग्रेट इम्पलॉयर प्रा. लिमिटेड द्वारा ‘उत्तम कार्यस्थल’ के रूप में प्रमाणित
- वर्ष 2021-22 के दौरान बिजनेस टुडे-केपीएमजी द्वारा कराए गए भारत के उत्कृष्ट बैंक एवं फिनटेक सर्वेक्षण में फिनटेक इनिशिएटिव और 'टैलेंट एंड वर्कफोर्स' में सर्वश्रेष्ठ बैंक.
- इस क्षेत्र में नेतृत्व के लिए द इकोनॉमिक टाइम्स 'बेस्ट बीएफएसआई ब्रांड्स 2023' द्वारा सम्मानित किया गया
2024
- बैंक के सोशल मीडिया पर 7 मिलियन फैनबेस के आंकड़े को पार कर लिया।
- भारतीय बैंक संघ (IBA) के 19वें वार्षिक बैंकिंग प्रौद्योगिकी पुरस्कार 2023 में "सर्वश्रेष्ठ एआई एंव एमएल बैंक" और "सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी प्रतिभा" में चयनित।
- वित्त वर्ष 2022-23 के लिए EASE 5.0 सुधार सूचकांक के अंतर्गत "टॉप परफॉर्मिंग बैंक" में द्वितीय रनर- अप स्थान पर रहें।
- प्रोजेक्ट हाइपरलोकल का शुभारंभ; शाखाओं और कार्यालयों की डिजिटल उपस्थिति।
- बीओबी अर्थ - पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता पहल।