गृह ऋण ईएमआई कैलकुलेटर
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ऋण राशि:
₹5000000 -
अवधि (माह):
240 -
ब्याज दर:
8.40 -
की एक समान मासिक किश्त (ईएमआई)
बड़ौदा टॉप अप ऋण (निवासी / एनआरआई / पीआईओ के लिए)
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लाभ
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विशेषताएं
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पात्रता
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ब्याज दर और प्रभार
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आवश्यक दस्तावेज़
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सबसे महत्वपूर्ण नियम और शर्तें (एमआईटीसी)
बड़ौदा टॉप अप ऋण (निवासी / एनआरआई / पीआईओ के लिए) : लाभ
बड़ौदा टॉप अप लोन एक अतिरिक्त ऋण सुविधा है जो सट्टा/अवैध उद्देश्यों को छोड़कर किसी भी प्रयोजन के लिए गृह ऋण के उधारकर्ताओं को प्रदान की जाती है.
बड़ौदा टॉप अप ऋण (निवासी / एनआरआई / पीआईओ के लिए) : विशेषताएं
- कम ब्याज दर
- कम प्रोसेसिंग शुल्क
- कोई अप्रत्यक्ष शुल्क नहीं
- कोई पूर्व भुगतान दंड नहीं
- दैनिक घटती शेष राशि पर ब्याज प्रभार
बड़ौदा टॉप अप ऋण (निवासी / एनआरआई / पीआईओ के लिए) : पात्रता
पात्र उधारकर्ता
एनआरआई/पीआईओ, स्टाफ एवं एक्स स्टाफ सदस्य (पब्लिक स्कीम एवं स्टाफ हाउसिंग स्कीम के अंतर्गत आवास ऋण प्राप्त) सहित सभी वर्तमान आवास ऋणधारक जिनकी परिसंपत्ति का वर्गीकरण स्टैंडर्ड के रूप में किया गया है.
बड़ौदा टॉप अप ऋण (निवासी / एनआरआई / पीआईओ के लिए) : ब्याज दर और प्रभार
उत्पाद | शर्तें | रेपो रेट + स्प्रेड | प्रभावी ब्याज दर |
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बड़ौदा टॉप अप ऋण |
Conditionsवेतनभोगी और गैर वेतन-भोगी के लिए |
Repo Rate + Spreadलिंक्ड किए गए गृह ऋण पर लागू ब्याज दर (टॉप अप ऋण प्राप्त करने की तारीख पर बीआरएलएलआर के आधार पर) + स्ट्रेटेजिक प्रीमियम (0.25%) + 0.60% |
Effective Rate of Interest |
प्रोसेसिंग शुल्क :
- For Takeover leads received through Non-DSA (Digital or Non-digital) –
NIL, subject to Login Fee of Rs.1,500/- which is to be refunded on first disbursement.
- For Home Loan in approved projects (Digital or Non-digital): 100% waiver in Processing charges, subject to recovery of out-of-pocket expenses of ₹3,500.00 + GST (Per Property)./p>
- Under Home Loan Scheme for Central/State Govt/PSUs employees – for non-DSA (including leads generated by DST) –
NIL, subject to Login Fee of Rs.1,500/- which is to be refunded on first disbursement.
- For Other Home Loan lead sourced through Non-Digital Channel:
100% waiver in Processing charges, subject to recovery of out-of-pocket expenses of ₹10,000.00 + GST (Per Property)
- For Home Loan leads sourced through Digital Channel:
100% waiver in Processing charges, subject to recovery of out-of-pocket expenses of ₹5,000.00 + GST (Per Property) to ₹8,500.00 + GST (conditions apply)
बड़ौदा टॉप अप ऋण (निवासी / एनआरआई / पीआईओ के लिए) : आवश्यक दस्तावेज़
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बड़ौदा टॉप अप ऋण (निवासी / एनआरआई / पीआईओ के लिए) : सबसे महत्वपूर्ण नियम और शर्तें (एमआईटीसी)
ऋण सीमा
- न्यूनतम : रु. 1 लाख
- अधिकतम : रु. 10.00 करोड़
उद्देश्य
सट्टेबाजी के अलावा अन्य कोई प्रयोजन
मार्जिन
मौजूदा गृह ऋण की बकाया ऋण राशि के 150% कटौती के बाद गृह संपत्ति के अवशिष्ट मूल्य का 25%.
बकाया गृह ऋण + प्रस्तावित टॉप अप ऋण (वसूली योग्य मूल्य के आधार पर)
ऋण राशि | एलटीवी अनुपात (एचएल + टॉप अप) | मार्जिन |
---|---|---|
रु. 30 लाख तक | 90% | 10% |
रु. 30 लाख से अधिक और रु. 75 लाख तक | 80% | 20% |
रु. 75 लाख से अधिक | 75% | 25% |
आयु
न्यूनतम आयु
21 वर्ष (आवेदक), 18 वर्ष (सह-आवेदक)
अधिकतम आयु
- गृह ऋण उत्पाद के अंतर्गत उल्लिखित निर्धारित मानदंडों के अनुसार उधारकर्ता की आयु + टॉप अप ऋण की अवधि 70 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए. (निवासी भारतीय के लिए)
- उधारकर्ता की आयु + टॉप अप ऋण की अवधि 65 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए (एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई के लिए)
चुकौती अवधि
- टॉप अप ऋण अधिकतम उस अवधि के लिए स्वीकृत किया जा सकता है, जिसके लिए आवेदक अपनी आयु मानदंडों के अनुसार पात्र है अर्थात लिंक्ड गृह ऋण की अवधि के बावजूद आवेदन किया गया / प्राप्त किया गया हो.
- यदि लिंक्ड गृह ऋण खाता बंद हो जाता है, तो टॉप अप ऋण की चुकौती स्वीकृत अवधि तक जारी रखी जा सकती है.
- तथापि, लिंक्ड गृह ऋण के बंद होने के बाद टॉप अप ऋण सुविधा की कोई नई सीमा / सीमा में वृद्धि स्वीकार नहीं की जाएगी.
- समान मासिक किस्तों (ईएमआई) द्वारा चुकौती. ऋण की पहली किस्त पहले संवितरण के एक माह बाद देय होगी.
- मौजूदा टॉप अप ऋण (पूर्ववर्ती एएए) के मामले में, मौजूदा नियमों व शर्तों के अनुसार लिंक्ड गृह ऋण खाते के समय पूर्व-समाप्ति के बाद 4 वर्ष के भीतर इसे बंद किया जाना है.
प्रतिभूति
संपार्श्विक प्रतिभूति का निर्माण
बीमा
- बैंक के मानदंडों के अनुसार उधारकर्ता की लागत पर संपत्ति का बीमा कवर प्राप्त किया जाए.
- मास्टर पॉलिसी के अंतर्गत नि:शुल्क वैयक्तिक दुर्घटना मृत्यु बीमा कवर उपलब्ध है.
- समूह ऋण जीवन बीमा कवर (वैकल्पिक तथा उधारकर्ता की लागत पर).
चुकौती क्षमता
प्रस्तावित ईएमआई सहित कुल कटौतियां निम्नानुसार अधिक नहीं होनी चाहिए.
वेतनभोगी व्यक्ति
- रु. 25,000 से कम निवल मासिक आय: 40%
- रु. 25,000 से अधिक लेकिन रु. 50,000 से कम निवल मासिक आय: 60%
- रु. 50,000 से अधिक लेकिन रु. 1.00 लाख से कम निवल मासिक आय: 65%
- रु. 1.00 लाख से अधिक लेकिन रु. 2.00 लाख से कम निवल मासिक आय: 70%
- रु. 2.00 लाख से अधिक निवल मासिक आय: 75%
अन्य :
- रु. 6 लाख तक की औसत निवल वार्षिक आय (पिछले 2 वर्षों के लिए): 70%
- रु. 6 लाख से अधिक औसत निवल वार्षिक आय (पिछले 2 वर्षों के लिए): 80%
गिरवी रखी जाने वाली संपत्ति के लिए मूल्यांकन मानदंड
मूल्यांकन मानदंड निम्नानुसार होंगे
- पिछले 3 वर्षों में अधिग्रहित संपत्तियों के मामले में, पंजीकृत बिक्री विलेख की राशि या वसूली योग्य मूल्य जो भी कम हो, को संपत्ति के मूल्य के रूप में लिया जाना चाहिए.
- अन्य मामलों में अर्थात 3 वर्ष पूर्व किए गए निष्पादन हेतु बैंक द्वारा अनुमोदित वैल्यूअर से प्राप्त की जाने वाली रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा वसूली योग्य मूल्य.
- टेकओवर के मामले में, हमारे बैंक के अनुमोदित मूल्यांकनकर्ता से प्राप्त नई मूल्यांकन रिपोर्ट प्राप्त की जाए और योजना के अनुसार मार्जिन व एलटीवी अनुपात को बनाए रखा जाए.
नोट:बैंक उत्पादों की बिक्री/मार्केटिंग आदि में एजेंट की सेवाओं का उपयोग कर सकता है।
सहायता चाहिए ?
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टोल फ्री नंबर .
विदेश से कॉल करने वाले
घरेलू ग्राहकों के लिए 24x7 उपलब्धता:
+91 79-66296009
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क्या आपके पास अनिवासी भारतीयों के लिए कोई गृह ऋण उत्पाद है?
जी हां, हमारे पास एनआरआई / पीआईओ के लिए गृह ऋण उत्पाद है. जानकारी के लिए, कृपया हमारी वेबसाइट पर एनआरआई / पीआईओ को गृह ऋण खंड देखें.
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गृह ऋण के ईएमआई को कैसे कम किया जा सकता है ?
आपके मौजूदा ऋण प्रदाता की ब्याज दर अधिक होने पर कम ब्याज दर का लाभ उठाने के लिए आप अपने गृह ऋण को बैंक ऑफ बड़ौदा में स्विच कर सकते हैं जिससे ईएमआई कम हो सकती है. गृह ऋण पर ब्याज दर सीबील स्कोर पर आधारित होता है. अतएव कृपया वित्तीय अनुशासन का पालन करते हुए अपने सीबील स्कोर में सुधार लाएं. ब्याज दर जितनी कम होगी, ईएमआई भी उतना ही कम होगा.
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सह आवेदक कौन हो सकता है ?
बिक्री के लिए किए गए करार के अनुसार आवासीय गृह के प्रस्तावित स्वामी, जिनके लिए वित्तीय सहायता मांगी जा रही है, सह-आवेदक होंगे. सामान्यत: पति-पत्नी, पिता-पुत्र या माता-पुत्र आदि संयुक्त आवेदक होते हैं.