अंचल कार्यालय, नई दिल्ली में वरिष्ठ कार्यपालकों के लिए राजभाषा सम्मेलन
दिनांक 22 अगस्त 2023 को वरिष्ठ कार्यपालकों के लिए राजभाषा सम्मेलन का आयोजन किया। कार्यक्रम का आरंभ श्री राकेश शर्मा , महाप्रबंधक एवं अंचल प्रमुख , नई दिल्ली के स्वागत सम्बोधन से हुआ । 80 से अधिक वरिष्ठ कार्यपालकों की गरिमामयी उपस्थिति और करतल ध्वनि के बीच कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती अंशुली आर्या, भा.प्र.से, सचिव, भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग ने सहर्ष व्हाट्सऐप बैंकिंग के गुजराती संस्करण, बैंक की वार्षिक राजभाषा कार्ययोजना 2023-24 तथा अक्षय्यम् पत्रिका के अप्रैल-जून, 2023 अंक का विमोचन किया एवं श्री संजय सिंह, प्रमुख - राजभाषा एवं संसदीय समिति ने सभा के समक्ष बैंक ऑफ बड़ौदा में राजभाषा कार्यान्वयन की सारगर्भित और प्रभावी प्रस्तुति दी।
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सचिव, भारत सरकार, राजभाषा विभाग की गरिमामयी उपस्थिति में नई दिल्ली अंचल द्वारा 'तकनीक के साथ-राजभाषा का विकास' विषय पर वरिष्ठ कार्यपालकों की संगोष्ठी का आयोजन
दिनांक 24 अगस्त, 2022 को नई दिल्ली अंचल के वरिष्ठ कार्यपालकों के लिए “तकनीक के साथ, राजभाषा का विकास” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सुश्री अंशुली आर्या (भा.प्र.से), सचिव, भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री अमित तुली, महाप्रबंधक एवं अंचल प्रमुख, नई दिल्ली अंचल द्वारा की गई। इस अवसर पर प्रमुख -राजभाषा एवं संसदीय समिति श्री संजय सिंह, उप निदेशक (राजभाषा विभाग), श्री राजेश श्रीवास्तव तथा सहायक महाप्रबंधक (राजभाषा) श्री पुनीत कुमार मिश्र तथा बैंक के दिल्ली अंचल के सभी वरिष्ठ कार्यपालकगण उपस्थित रहे।
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बैंक द्वारा हिंदी माध्यम से बैंकिंग विषयों पर अखिल भारतीय समिनार का आयोजन
बैंक ने अपने नवोन्मेषी कार्यों की श्रृंखला को विस्तार देते हुए वर्ष 2013 से प्रत्येक वर्ष बैंकिंग विषयों पर हिंदी माध्यम में अखिल भारतीय सेमिनार के आयोजन की शुरूआत की है। सेमिनार में बैंकिंग, बीमा एवं सरकारी क्षेत्र के अन्य वित्तीय संस्थानों के प्रतिनिधि प्रतिभागिता करते हैं। बैंक ने इस पहल की शुरूआत लखनऊ से वर्ष 2013 में ‘आस्ति प्रबंधन’ विषय पर सेमिनार के आयोजन से की है। आगे के क्रम में वर्ष 2015 में जयपुर में ‘खुदरा ऋण’, 2016 में बेंगलुरू में ‘ग्रामीण विपणन एवं बैंकिंग व्यवसाय के नए आयाम’, वर्ष 2017 में नई दिल्ली में ‘विमुद्रीकरण और डिजिटल भारत, वर्ष 2018 में गांधीनगर में ‘बैंकिंग में डिजिटल परिवर्तन-दशा और दिशा’ वर्ष 2019 में गांधीनगर में ‘कृषि क्षेत्र में ऋण प्रवाह की संभावनाएं’, वर्ष 2020 में जयपुर में ‘भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की भूमिका’,वर्ष 2021 में ऑनलाइन माध्यम से ‘बैंकिंग में अनुपालन संस्कृति’, वर्ष 2022 में मैसूरू में ‘बैंकिंग में साइबर अपराधों के स्वरूप एवं सुरक्षात्मक उपाय’ तथा वर्ष 2023 में अमृतसर में ‘डिजिटल ऋण’ विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया।
‘डिजिटल ऋण’ विषय पर अखिल भारतीय सेमिनार - 2023
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बैंक के प्रधान कार्यालय (राजभाषा विभाग) के संयोजन में 06 फरवरी, 2023 को भारतीय रिज़र्व बैंक सहित सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, वित्तीय संस्थानों और बीमा कंपनियों के लिए ‘डिजिटल ऋण’ विषय पर अमृतसर (पंजाब) में अखिल भारतीय सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार का शुभारंभ विशिष्ट अतिथि भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग की सचिव सुश्री अंशुली आर्या, आई.ए.एस द्वारा वर्चुअल माध्यम से किया गया.
इस अवसर पर चंडीगढ़ अंचल के महाप्रबंधक एवं अंचल प्रमुख श्री विमल कुमार नेगी, मुख्य आयकर आयुक्त एवं अध्यक्ष, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, अमृतसर सुश्री जहांजेब अख्तर, भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग, क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय (उत्तर-I) के उप निदेशक (कार्यान्वयन) श्री के पी शर्मा, प्रधान कार्यालय, वडोदरा से प्रमुख (राजभाषा एवं संसदीय समिति) श्री संजय सिंह, सहायक महाप्रबंधक (राजभाषा एवं संसदीय समिति) श्री पुनीत कुमार मिश्र, अमृतसर क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रमुख श्री सतपाल मेहरा तथा उप क्षेत्रीय प्रमुख श्री अशोक कुमार भी उपस्थित रहे।p
‘बैंकिंग में साइबर अपराध’ विषय पर अखिल भारतीय सेमिनार का आयोजन - 2022
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बैंक ने 7 मार्च, 2022 को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, बीमा कंपनियों एवं अन्य वित्तीय संस्थानों हेतु ‘बैंकिंग में साइबर अपराध’ विषय पर मैसूरू (कर्नाटक) में अखिल भारतीय सेमिनार का आयोजन किया. सेमिनार का उद्घाटन बैंक के मुख्य महाप्रबंधक (परिचालन) श्री अजय कुमार खोसला एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित कर्नाटक पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (सीआईडी) के पुलिस अधीक्षक श्री एम डी शरत द्वारा किया गया. इस अवसर पर बैंक के प्रमुख (राजभाषा एवं संसदीय समिति) श्री संजय सिंह एवं सहायक महाप्रबंधक (राजभाषा एवं संसदीय समिति) श्री पुनीत कुमार मिश्र उपस्थित रहे।