वरिष्ठ नागरिक बचत योजनाओं, केवीपी, एनएससी और डाकघर सावधि जमा हेतु बढ़ी हुई ब्याज दरें
08 मार्च 2023
विषय-सूची
छोटी बचत योजनाओं पर बढ़ी ब्याज दरें
भारतीय सरकार ने हाल ही में एक घोषणा के माध्यम से विभिन्न छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में वृद्धि की है, जिसमें राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS), पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट योजनाएँ (POTD), पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (POMIS) और किसान विकास पत्र (KVP) शामिल हैं। यह कदम छोटे निवेशकों को बेहतर रिटर्न देने और देश में बचत की संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है। आइए इन सरकारी योजनाओं की नई ब्याज दरों पर करीब से नजर डालते हैं, जो कि 01 जनवरी 2023 से लागू हैं
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) ब्याज दर
एनएससी एक लोकप्रिय बचत योजना है जो निवेशकों को कर लाभ प्रदान करती है। सरकार ने एनएससी की ब्याज दर 6.8% से बढ़ाकर 7.0% प्रति वर्ष कर दियाहै। अवधि पाँच वर्ष की है और ब्याज वार्षिक रूप से संयोजित किया जाता है, जिससे यह दीर्घकालिक बचत के लिए एक आकर्षक विकल्प बन जाता है।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) ब्याज दर
The वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) भारत में वरिष्ठ नागरिकों के लिए लोकप्रिय बचत विकल्प है। सरकार ने एससीएसएस पर ब्याज दर 7.4% से बढ़ाकर 8.0% प्रति वर्ष कर दी है। एससीएसएस के लिए निवेश अवधि पांच वर्ष का है, और ब्याज का भुगतान त्रैमासिक रूप से किया जाता है।
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम (POTD) ब्याज दर
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम (पीओटीडी) निवेशकों को फिक्स्ड डिपॉजिट विकल्प प्रदान करती है। 1 वर्ष से 5 वर्ष तक की सावधि जमा के लिए ब्याज की वर्तमान दर 6.6% से 7.0% के बीच है। पीओटीडी के लिए निवेश अवधि 1 वर्ष से 5 वर्ष तक होती है एवं ब्याज का भुगतान परिपक्वता पर किया जाता है।
पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (पीओएमआईएस) ब्याज दर
पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (पीओएमआईएस) नियमित आय की तलाश करने वालों के लिए एक लोकप्रिय बचत विकल्प है। सरकार ने पीओएमआईएस पर ब्याज दर 6.6% से बढ़ाकर 7.1% प्रति वर्ष कर दी गयी है। पीओएमआईएस के लिए निवेश अवधि पांच साल है, और ब्याज का मासिक भुगतान किया जाता है।
किसान विकास पत्र (केवीपी) का ब्याज दर
किसान विकास पत्र (केवीपी) एक बचत योजना है जो निवेश की अवधि से जुड़े रिटर्न प्रदान करती है। सरकार ने केवीपी पर ब्याज दर 6.9% से बढ़ाकर 7.2% प्रति वर्ष कर दिया है। केवीपी के लिए निवेश अवधि 2 साल और 6 महीने से लेकर 120 महीने तक होती है।
निष्कर्ष
छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में हालिया वृद्धि भारत में बचत की संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। इस कदम से निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिलेगा। हालांकि, किसी भी प्रकार के निवेश करने का निर्णय लेने से पूर्व स्वयं इस पर सोच-विचार कर लें, जांच लें एवं वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।
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