यूपीआई तरीका: एटीएम पर कार्डलेस कैश निकासी

28 नवम्बर 2022

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एटीएम से कार्डरहित कैश का आहरण- वर्तमान स्थिति

अप्रैल 2022 में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एटीएम से कार्डलेस कैश निकासी की सुविधा की घोषणा की, जो देश को यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के तहत लाने का एक कदम था। इस कदम ने स्मार्टफोन्स के माध्यम से कार्डलेस कैश निकासी को अनुमति प्रदान करता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को पूरी तरह से कैश का लेन-देन किए बिना भुगतान और लेन-देन करने की स्वतंत्रता प्राप्त हुआ। भारतीय बैंकों ने 1990 के दशक की शुरुआत में इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से नई तकनीक को अपनाया और अपने आप को पुनः नया स्वरूप दिया। इस बदलाव ने डिजिटल वित्तीय सेवाओं को मजबूत किया और उपयोगकर्ताओं को आधुनिक बैंकिंग सुविधाओं का लाभ उठाने की सुविधा प्रदान की है । इंटरनेट बैंकिंग की लोकप्रियता के साथ, बैंकिंग ऐप विकसित किए गए जिन्होंने कार्डलेस कैश निकासी और ट्रांसफर को आसान बना दिया। COVID-19 महामारी के दौरान UPI लेन-देन ने काफी प्रगति की और कैशलेस दुनिया में प्रवेश के द्वार खोले। UPI कैश निकासी इतना व्यापक हो गया है कि डिजिटल भुगतान जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन गया है, जिससे लेदर वॉलेट्स का उपयोग धीरे-धीरे कम हो गया है। आरबीआई द्वारा UPI लेन-देन को वैधता देने के साथ, व्यवहारिक तैयारी ने विभिन्न पीढ़ियों को अपने स्मार्टफोन्स के माध्यम से इस संक्रमण को स्वीकार करने में मदद की है। यह सुविधा व्यापक रूप से अपनाई गई है, जिससे विभिन्न आयु वर्ग के लोग डिजिटल भुगतान प्रणाली में सहजता से ढल सके हैं।

यूपीआई कैसे कार्य करता है?

यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) को नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा विकसित किया गया है, और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इसके परिचालन की निगरानी करता है। UPI सभी बैंक खातों को उपयोगकर्ता के स्मार्टफोन से जोड़ता है, जिससे लेन-देन करना बहुत आसान हो जाता है। यह एक सिंगल विंडो रियल-टाइम भुगतान प्रणाली है जो बिना IFSC कोड या खाता संख्या के कार्डलेस कैश निकासी की सुविधा प्रदान प्रदान करता है, । उपयोगकर्ता जब एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (VPA) दर्ज करते हैं, तो फंड्स तुरंत रियल-टाइम में क्रेडिट हो जाते हैं।

UPI ट्रांसफर करने के लिए आपको क्या आवश्यकता होती है ?

  • इंटरेंट का एक्सेस
  • स्मार्ट फोन
  • एक्टिव बैंक खाता
  • स्मार्टफोन के साथ बैंक खाता जुड़ा हो

यूपीआई की विशेषताओं के साथ थर्ड-पार्टी एप्प

UPI की व्यापक लोकप्रियता ने डिजिटल भुगतान विधियों को प्रमुखता दी है, और अब फंड को अन्य थर्ड-पार्टी ऐप के माध्यम से ट्रांसफर किया जा सकता है जिनमें UPI की सुविधाएँ शामिल हैं। इनमें शामिल हैं

  • बॉब यूपीआई
  • एसबीआई पे
  • आई मोबाईल
  • एक्सिस पे
  • गूगल पे
  • फोन पे
  • पेटीएम

इत्यादि

यूपीआई विशेषताएं के बारे में क्या जानते है ?

आईएमपीएस से अधिक तेज भुगतान प्रक्रिया:

RuPay भुगतान प्रणाली विभिन्न बैंकों को जोड़ने और फंड ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करती है, इसके साथ ही इसके पास कई उन्नत सुविधाएं हैं जो Immediate Payments Service (IMPS) को चुनौती देती हैं।

यूपीआई लेनदेन :

क्यूआर कोड का उपयोग आप फूड, सामान इत्यादि का भुगतान करें।

बिना कार्ड के नकद आहरण करें

एटीएम में डेबिट कार्ड को स्वाइप किए बिना, यूपीआई समर्थित एटीएम कार्डलेस एटीएम से निकासी की सुविधा प्रदान करता है। जिसमें उपयोगकर्ता अपने स्मार्टफोन के यूपीआई ऐप से एक QR कोड को स्कैन करके पैसे निकाल सकते है।

यूपीआई इंट्रोपर्बेलिटी क्या है?

यह यूपीआई भुगतान करने की एक अतिरिक्त विधि है, उदाहरण के लिए, जब आपा BOB UPI का उपयोग करते हैं, तो UPI भुगतान विकल्प चुनें। आप प्राप्तकर्ता का फोन नंबर और यूपीआई पिन दर्ज कर सकते है या क्यूआर कोड स्कैन करके सीधे उनके खाते में धनराशि ट्रांसफर करा सकते है। पैसा प्राप्त करना भी बहुत आसान है। आप अपने यूपीआई आईडी या उस फोन नंबर को साझा कर सकते हैं जो यूपीआई ऐप और बैंक खाते से जुड़ा हुआ है। आरबीआई के नवनीतम निर्देश ने सभी एटीएम में यूपीआई कार्डलेस निकासी के लिए इंट्रोपर्बेलिटी (एकीकृत संगतता) को विस्तारित कर दिया है। इस पहल के तहत, अब सभी एटीएम से यूपीआई के माध्यम से कार्डलेस कैश निकासी की सुविधा उपलब्ध होगी, भले ही आप किसी भी बैंक का ग्राहक हो।

यूपीआई कैशलेस लेनदेन सुरक्षित है?

सरवत्र टेक्नोलॉजी के मंदार आगासे कहते हैं कि यूपीआई भुगतान के लिए पिन आधारित आवश्यकता इसे अत्यधिक सुरक्षित बनाती है। रियल-टाइम भुगतान में धोखाधड़ी और गलतियाँ सोशल इंजीनियरिंग के कारण होती हैं। जैसे-जैसे यूपीआई गहरे क्षेत्रों में प्रवेश कर रहा है, देशव्यापी जागरूकता अनिवार्य हो गया है। COVID-19 महामारी के बाद, कार्डलेस कैश निकासी का महत्व बढ़ जाता है। हालाँकि चीजें सामान्य हो गई हैं और उलट गई हैं, यूपीआई लेनदेन भविष्य की वास्तविकता है।

इस प्रकार की सुविधा के लिए यूपीआई भुगतान को प्राथमिकता क्यों दी जाती है?

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UPI लेनदेन ने वित्तीय परिदृश्य में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, सबसे छोटे बाजार के विक्रेता से लेकर समृद्ध मॉल के दुकानदार तक पहुँच चुका है। इसने डिजिटल भुगतान को इताना व्यापक और सुलभ बना दिया है कि हर तरह के व्यापारी और ग्राहक इसका उपयोग कर रहे हैं चाहे उनकी आर्थिक स्थिति या व्यवसाय का आकार भी कुछ भी हो टायर I से लेकर टायर III शहरों, कस्बों, जिलों और गांवों तक पहुंच गया है। यूपीआई भुगतान सुविधा नि:संदेह परेशानी रहित है और इसने मिलेनियल्स और GenZ की ओर विशेष ध्यान आकर्षित किया गया है। वर्ल्डलाइन इंडिया के नरसिम्हन के शब्दों में, यह UPI की सुविधा ही है जो सभी बाधाओं को तोडते हुए एक नए और मजबूत भुगतान समाधान प्रदाता के रूप में उभर रही है। यह सुविधा लोगों के जीवन में इतनी गहराई से समाहित हो गई है कि अब यह सभी वर्गों और क्षेत्रों के व्यापक रूप से अपनाई जा रही है।

भविष्य के लिए यूपीआई का लक्ष्य निर्धारण

  • यूपीआई लें-दें में जबरदस्त उछाल आया है, जो भी खुदरा भुगतानों में 20 प्रतिशत से बढ़कर 2026 तक 65 प्रतिशत तक पहुँचने का अनुमान है ।
  • एक बीसीजी रिपोर्ट के अनुसारा, डिजिटल भुगतान, व्यवसाय से वयवसाय के भुगतान एवं सरकारी भुगतान सम्मिलित है वर्ष 2026 तक वर्तमान $3 ट्रिलियन (लगभाग रु 226 लाख करोड़) से बढ़कर $ 10 ट्रिलियन (लगभग रु 800 लाख करोड़) को पार कर जाएंगे।
  • क्रेडिट कार्ड लिंकिंग और अंतराष्ट्रीय रेमिटेन्स में छोटे भौगोलिक क्षेत्रों को सम्मिलित किया जाएगा।
  • भविष्य के लक्ष्य वैश्विक स्तर पर एक कैशलेस वित्तीय पारिस्थितिक तंत्र की दशा में सेट किया गया है
  • दो थर्ड-पार्टी ग्लोबल एप्स, गूगल पे एवं फोन पे, को एनसीपीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार लेन-देन की मात्रा को कम करने का सामना करना पड़ेगा।
  • डीवांग नेरल्ला, सीईओ, एनटीटी डाटा पेमेंट सर्विसेज इंडिया के अनुसार, IVR (इंटरएक्टिव वाइस रिस्पोंस) यूपीआई को बैंक खाते और प्राप्तकर्ता के मोबाईल नंबर से जोड़ेगा, जिससे छोटे भौगोलिक क्षेत्रों को लाभ होगा।
  • भविष्य में, यूपीआई उच्च मूल्य लेन-देनके लिए उच्च नेट-वर्थ व्यक्तियों (HNI) को शामिल करेगा, जो एनईएफटी से भी अधिक होगा। श्री राहुल चारी, फोन पे के को-फाउंडर और सीटीओ, के अनुसार, यूपीआई वर्तमान समय के वन-टू-वन लेन देन को एक से अधिक और अधिक से अधिकतम अंतरण के साथ शीर्ष पर पहुंचाएगा।
  • अब तक यूपीआई भुगतान शून्य व्यापारी छूट दर (MDR) पर काम करता है, हालाकिं भविष्य में यूपीआई के लिए उचित एमडीआर देखा जाएगा।
  • यूपीआई क्रेडिट लिंकिंग क्रेडिट विस्तार को प्रोत्साहित करेगा, जिससे छोटे टिकट आकारों के लिए नए क्रेडिट लिमिट का निर्माण होगा।
  • यूपीआई वैश्विक बाज़ारों में क्रॉस-बार्डर पी2पी (पर्सन टू पर्सन) और पी 2 एम (पर्सन टू मर्चेन्ट) मोबाईल भुगतान समाधान विकसित करेगा।

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